Tuesday, 27 June 2023

मेरे पिता जी : कमल पटेल

मेरे पिता जी
_____________________
जिनके कारण बचा हुआ है,
          अब तक मेरा बचपन।
ना ही कुछ लाने की चिंता,
ना किसी को कुछ देने का टेंशन।।
जिनके आशीष की छाया में,
        ये जीवन मेरा बीता है।
मैं आज ये सबसे कहता हूं,
  हां! वही तो मेरे पिता है।।(१)

    मेरे जीवन के, जो है त्राण।
मुझमें बसते हैं, उनके प्राण।।
पिता से मिला,पुरखों का ज्ञान।
नाम से उन्हीं के,मिली पहचान।।
   जिनके मन में मेरे लिए,
      अथाह प्रेम और चिंता है।
मैं आज ये सबसे कहता हूं,
   हां! वही तो मेरे पिता है।।(२)

स्नेह का सागर, मेरे पिताजी।
    मेरा आदर्श, मेरे पिताजी।।
इस जीवन की पूंजी,मेरे पिताजी।
अनुभव की कुंजी, मेरे पिताजी।।
जिनका वचन ही मेरे लिए,
         रामायण और गीता है।
मैं आज ये सबसे कहता हूं।
  हां! वही तो मेरे पिता है।।(३)
               – कमल पटेल , चकरावदा


No comments:

Post a Comment

परिणाम घोषित

शीर्ष स्थान :– 🥇प्रथम पुरस्कार विजेता : अद्वैत वेदांत रंजन (राशि: ₹1001/–) 🥈द्वितीय पुरस्कार विजेता : सीमा रंगा इंद्रा एवं ज्ञ...